गुरुवार, 7 अक्तूबर 2021

चेहरों की किताब (फ़ेसबुक)

 चेहरों की किताब है

जिसमे अनगिनत मुखोटें लगाए हैं

इसमें हज़ारों दोस्त बन जायेंगे

पर विचारों का निर्वाहन एक से न कर पायेंगे

दोस्त कोन बनेगा

यहां तो छलावा ही चलेगा

अजी दिखावे का संसार है

हमेसा दिखावा ही करेगा

4 टिप्‍पणियां:

  1. बिल्कुल सही वास्तविक रचना 👏👏

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    1. आपका हृदय से अत्यधिक आभार आपकी सहमति मुझे प्रेरित करेंगी सामाजिक यथार्थ को अपने काव्य में चित्रित करने को।

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  2. सहमति के लिए हृदय से आभार आपका 🙏🙏🙏🙏

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