कहदो के आप आओगे रात को उठा लोगे हमारी नींद को अपनी पलको पे जिसमे खिलते अनवरत पुष्प कमल के दिन को, श्याम को, रात को , सुबह को हमको आपको होता है जो है अभिधा एक एहसास वो